अभी तक हमने थोड़ा समझा है कि नौ ग्रह कौनसे हैं और 12 राशियों में उनके अपने घर कौनसे हैं .
जैसे
आप और हम अपने किसी घर से तो ,उसकी (location ,construction) सुख सुविधा
से खुश होते हैं उसी तरह यह नौ ग्रह भी अपने किसी घर में तो खुश होते हैं
और किसी घर में बस काम चलाते हैं .इसी तरह अब हम बारह राशियों की (location ,construction) सुख सुविधा की बात करेगे और नौ ग्रहों के स्वभाव की बात करेंगे तो समझ जायेंगे किनौ ग्रहों को उनके व्यक्तित्व को जाने और उन्हें मानव समझें
बारह राशियों को उनका घर माने .
काम के सिलसिले में ये नौ ग्रह अपने घर में नहीं रहते ,घूमते रहने के लिए विवश हैं .
इस घूमने में कभी ये अपने घर होते हैं और कभी अपने मित्र के घर
इन ग्रहों का अपना जो व्यक्तित्व है और सौरमंडल के राजा सूर्य से जो इनका जो रिश्ता है या स्थिति है वही इनकी शक्ति है .
अपनी शक्ति ये जिस राशी या घर में बैठे होंगे वहां प्रदर्शित करेंगे मगर उनका मूड कैसा है उस पर उनके काम का असर होगा .
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