Monday, October 1, 2012

आपकी संपत्ति ,मानसिक या शारीरिक या मन के सुख ,प्रेम या विवाह को जानिये ,ग्रहों के मूड से .

अपना स्वभाव ,अपनी मनोदशा   जानिए,  अपने जन्म के समय उपस्थित ग्रहों की मनोदशा से .जैसे हमारा स्वभाव हमारे आसपास के माहौल से बनता है -जैसे यदि हमको  भूख लगी है और फिल्म देखने जाने का निमंत्रण मिले तो हमारी  प्रतिक्रया क्या होगी ,वैसे ही यदि हम  बोर हो रहे हों और हमको फिल्म देखने का निमंत्रण  मिले तो हमारी  प्रतिक्रया क्या होगी .ठीक इसी तरह हमारी जन्म पत्रिका के ग्रहों की प्रतिक्रया रहती है -उनके अपने माहौल से .
इस विषय कों अच्छी तरह समझने के लिए हम पहले नौ ग्रहों के नाम और उनके स्वभाव कों समझेंगे .इन नौ ग्रहों में से सात ग्रह तो दृश्यमान हैं ,किन्तु राहू और केतु नामक  दो ग्रह अदृश्य हैं .सबसे पहले नौ ग्रहों के नाम और सौरमंडल में उनकी स्थिति (उनका स्थान )----
सूर्य (The Sun ) - हमारे सौरमंडल का राजा . और नौ ग्रहों में अकेला तारा जिसके चारों तरफ बाक़ी ग्रह घूमते  हैं .2 चंद्रमा (The Moon ) -हमारी अपनी पृथ्वी का उपग्रह .यह ग्रह नहीं है किन्तु पृथ्वी के अन्य  ग्रहों से अधिक पास होने के कारण  ,पृथ्वी के जीवन पर सबसे अधिक प्रभाव डालनेवाला खगोलीय पिंड .सौरमंडल में सूर्य(The Sun) का मंत्री .
3  मंगल (Mars) -यह ग्रह सूर्य का सेनापति(Commando) है .आज की भाषा में कहा जाय तो आज के जमाने का commando .4.बुध -(Mercury)यह सौरमंडल में बच्चा(baby) ग्रह है इसलिए अपनी यात्रा में सूर्य(The Sun) इसे अधिक से अधिक अपने साथ रखता है ताकि यह बच्चा ग्रह अन्य बड़े ग्रहों से या अकेला हो कर डरे नहीं .सौर मंडल में इसे व्यापारी (बनिया,Businessman  ) कह सकते हैं .
5.बृहस्पति(Jupiter) -यह ग्रह अपने विशालकाय शरीर के लिए जाना जाता है .सौमंडल में गुरु की पदवी मिली है .सूर्य (The Sun )का भी ये गुरु तो है ही मगर  मित्र भी है .6.शुक्र -(Venus)यह असुरों का गुरु है .गुरु होने के कारण ज्ञानी तो है मगर असुरों का गुरु होने के कारण भौतिक सुखों में भी लिप्त है .इसलिए आज के जमाने के कलाकार कहा जा सकता है .
7.शनि (Saturn)-यह ग्रह सूर्य(The sun ) का पुत्र है लेकिन सूर्य(The Sun) ने इसकी माँ छाया(Shadow) का सम्मान नहीं किया था इसलिए सूर्य(The Sun) से ,अपने पिता से  नाराज़ रहता है और सूर्य(The Sun)से बहुत दूर रहता है .धीरे चलता है इसलिए शनि नाम है .आम आदमी का प्रतिनिधित्व करता है .
8.राहू (Rahu)-यह ग्रह असुर है .यह अदृश्य रहता है . वैसे ऐसा कोई काम नहीं है जो राहू नहीं कर सकता है .राहू सारे अच्छे और बुरे काम कर सकता है और बाक़ी सारे ग्रह जितनी ताकत से करते हैं उससे भी बहुत ज्यादा प्रभावशाली तरीके से .लेकिन इसके स्वभाव और समझ से इसे आतंकवादी कहा जा सकता है .
9.केतु -(Ketu)यह राहू का ही एक भाग है .और स्वभाव और कार्य करने में राहू जैसा ही है .

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